वह समझ गया कि जो सबमें भगवान देख स्नेह करते हैं उन्हें ही भगवान दिखाई देते हैं। वह समझ गया कि जो सबमें भगवान देख स्नेह करते हैं उन्हें ही भगवान दिखाई देते हैं।
आज सुनंदा के मन के मोती फिर से एक माला का रूप ले रही थी आज सुनंदा के मन के मोती फिर से एक माला का रूप ले रही थी
अन्यथा माँ के जाने के बाद केवल एक परिवार सूना होता है मेरे जाने से पीढ़ियां सूनी हो जाए अन्यथा माँ के जाने के बाद केवल एक परिवार सूना होता है मेरे जाने से पीढ़ियां सूनी...
ज्ञान की मुरली का स्पष्ट और विस्तृत भावार्थ भी समझ लेना जरूरी है। ज्ञान की मुरली का स्पष्ट और विस्तृत भावार्थ भी समझ लेना जरूरी है।
ये सुनकर सहस्त्रबाहु की आँखों से अश्रुओं की धारा बह चली। ये सुनकर सहस्त्रबाहु की आँखों से अश्रुओं की धारा बह चली।
मैं हमेशा सोचता रहा मेरा भाई कितना अच्छा है पर कल जो देखा मेरी आंखे फटी की फटी रह गई। मैं हमेशा सोचता रहा मेरा भाई कितना अच्छा है पर कल जो देखा मेरी आंखे फटी की फटी र...